जगन मोहन रेडडी के खिलाफ हत्या करने की कोशिश का मामला दर्ज
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनके खिलाफ हत्या करने की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के एक विधायक की शिकायत पर पूर्व सीएम, दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों और दो सेवानिवृत्त अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि सत्तारूढ़ पार्टी के अंदी विधायक के रघुराम कृष्णा राजू ने शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आगे बताया कि रेड्डी के अलावा पुलिस ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों पीवी सुनील कुमार और पीएसआर सीता रामंजनेयुलु तथा सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी आर विजय पॉल और गुंटूर गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल के पूर्व अधीक्षक जी प्रभावती के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विजय पॉल और प्रभावती सेवानिवृत्त हो चुके हैं। अधिकारी ने कहा, 'राजू ने एक महीने पहले एक मेल के जरिए शिकायत दी थी। मैंने कानूनी राय लेने के बाद गुरुवार शाम सात बजे पूर्व सीएम और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया। राजू ने यह भी आरोप लगाया कि उसे हिरासत में प्रताड़ना दी गई।' पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हालांकि, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत मामला तीन साल पुराना है। यह मामला गुंटूर के नगरमपलेम पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था।
क्या है पूरा मामला?
टीडीपी नेता राजू की 2021 की गिरफ्तारी का मामला आंध्र प्रदेश में तब सामने आया, जब उन्होंने 11 जून को रेड्डी और कुछ अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पूर्व सीएम और अन्य अधिकारियों पर उनके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया। 62 साल के टीडीपी नेता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सुनील कुमार और सीता रामंजनेयुलु, पुलिस अधिकारी विजय पॉल और सरकारी डॉक्टर जी प्रभावती उस साजिश का हिस्सा थे। उन्हें साल 2021 की मई में गिरफ्तार किया था। उस समय कोविड की दूसरी लहर चरम पर थी। उन्होंने शिकायत देते हुए कहा, 'आंध्र प्रदेश सरकार की सीबीसीआईडी ने मेरे खिलाफ एक झूठा मामला दर्ज कराया था। 14 मई, 2021 को मुझे बिना किसी प्रक्रिया के गिरफ्तार कर लिया गया। मुझे धमकाया गया। अवैध रूप से पुलिस वाहन के अंदर खींचा गया और उसी रात जबरन गुंटूर ले जाया गया।' जब राजू को गिरफ्तार किया गया था, उस समय कुमार सीआईडी का नेतृत्व कर रहे थे। वहीं, सीता रामंजनेयुलु खुफिया विंग का नेतृत्व कर रहे थे, जबकि पॉल एएसपी सीआईडी थे और रेड्डी मुख्यमंत्री थे।