जयपुर। देश में प्रदूषण का स्तर बताने वाले सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली में प्रदूषण पिछले 2 दिनों से बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। 17 नवंबर को एक्यूआई 441 था। 18 नवंबर को सुबह 6 बजे तो एक्यूआई 494 पार कर गया। सीपीसीबी ने इतने एक्यूआई को सीवियर+ कैटेगरी में रखा है। इस हवा में सांस लेने वाला स्वस्थ्य व्यक्ति भी बीमार हो सकता है। देश में प्रदूषण की स्थिति का आकलन इससे लगाया जा सकता है कि दिल्ली में एक व्यक्ति औसतन 38 सिगरेट जितना धुआं प्रदूषण के जरिए अपने अंदर ले रहा है। वहीं हरियाणा में 25 सिगरेट, यूपी में 8, बिहार में 7 और मप्र में 2 सिगरेट जितना धुआं प्रदूषण के जरिए अपने अंदर ले रहा है। दिल्ली की सीएम आतिशी ने दावा किया कि पराली की घटनाएं केवल पंजाब में कम हुई है। मप्र में सबसे अधिक पराली जलाई जा रही है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान में भी ये घटनाएं बढ़ रही हैं, जबकि पंजाब ने घटनाएं कम की हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या मप्र की पराली दिल्ली में प्रदूषण फैला रही है।
देश में सर्वाधिक वन आवरण होने के बाद भी मप्र में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। हवा में प्रदूषण की बढ़ती मात्रा का कारण सडक़ की धूल, वाहन और उद्योगों के साथ-साथ पराली है। स्थिति यह हो गई है कि पराली जलाने में मप्र ने पंजाब और हरियाणा को भी पीछे छोड़ दिया है। 15 सितंबर से 14 नवंबर तक देश में सर्वाधिक 8,917 पराली जलाने की घटनाएं प्रदेश में दर्ज हुईं। यह बात कृषि अभियांत्रिकी विभाग भोपाल द्वारा जारी पराली जलाने की घटनाओं के सेटेलाइट डेटा से सामने आई है। मप्र में 15 सितंबर से 14 नवंबर 2024 के बीच पराली जलाने की जो घटनाएं सामने आईं उनमें सर्वाधिक 489 श्योपुर में दर्ज की गईं। जबलपुर में 275 घटनाएं हुईं तो ग्वालियर, नर्मदापुरम्, सतना, दतिया जैसे जिलों में लगभग 150-150 घटनाएं दर्ज की गईं। यह डेटा पंजाब व हरियाणा जैसे कृषि में अग्रणी प्रदेशों से भी अधिक है। दिल्ली की सीएम आतिशी ने दावा किया कि पराली की घटनाएं केवल पंजाब में कम हुई है।


मप्र समेत 7 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट
देश में ठंड और कोहरे का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और बिहार में एक-दो दिन घने कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। राजस्थान में ठंड का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है। सीकर के फतेहपुर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। भरतपुर में कोहरे के कारण विजिबिलिटी 50 मीटर से कम रह गई। हालांकि, देश में सबसे कम विजिबिलिटी (जीरो मीटर) आगरा में दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक, यहां आने वाले कुछ दिनों में कोहरा बना रहेगा। उधर, मप्र में भी भोपाल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना और दतिया में घना कोहरा देखने को मिला। इससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई। मौसम विभाग ने कहा है कि पहाड़ों में बर्फबारी के कारण मप्र में ठंड बढ़ी है। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में बर्फबारी का दौर लगातार जारी है। सोनमर्ग में सोमवार शाम से शुरू हुई बर्फबारी मंगलवार सुबह भी जारी रही। इस कारण पूरे उत्तर भारत में तापमान में गिरावट दर्ज की गई।


तमिलनाडु में भारी बारिश
तमिलनाडु के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है। राज्य कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग ने बताया कि वेदारण्यम में सबसे ज्यादा 17.5 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई। उसके बाद कोडियाकराई में 13.4 सेमी बारिश हुई। तिरुवरुर में भी भारी बारिश हुई। थिरुथुराईपोंडी में सिर्फ दो घंटों में 7 सेमी बारिश दर्ज की गई। तंजावुर में पट्टुकोट्टई क्लॉक टॉवर और बस स्टेशन सहित कई जगहों पर पानी भर गया।


सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी
मप्र में सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। मंगलवार सुबह ग्वालियर में घना कोहरा रहा। विजिबिलिटी यानी, दृश्यता 500 से 1 हजार मीटर तक दर्ज की गई। रात का पारा 3.9 डिग्री लुढक़कर 12.3 डिग्री पर आ गया, जो सामान्य से नीचे रहा। इस बार नवंबर में पहली बार ग्वालियर में इतनी ठंड पड़ी। दतिया, भिंड, मुरैना, निवाड़ी में भी कोहरे का असर देखने को मिला। इधर, भोपाल में सुबह सर्द हवाएं चलने से लोग ठिठुर गए। यहां हल्का कोहरा भी रहा। हालांकि, पारे में उछाल नहीं आया और यह 14 डिग्री दर्ज किया गया। इंदौर में 16.5 डिग्री, उज्जैन में 15.2 डिग्री और जबलपुर में तापमान 13 डिग्री दर्ज किया गया। सोमवार-मंगलवार की रात में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पारा 8 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार-सोमवार की रात की तुलना में पारे में हल्की गिरावट हुई।


उत्तरी हवाएं चलने से बढ़ेगी ठिठुरन
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में बर्फबारी शुरू हो गई है। जेट स्ट्रीम हवाएं भी चल रही हैं। ऐसे में उत्तरी हवाएं मप्र में भी आएंगी, जिससे ठिठुरन बढ़ेगी। आने वाले दिनों में पारे में और भी गिरावट हो सकती है। अभी दिन का तापमान औसत 2 डिग्री लुढक़ गया है। वहीं, 15 से अधिक शहरों में रात का पारा 15 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। प्रदेश में ठंड बढऩे के साथ ही स्कूलों की टाइमिंग भी बदल गई है। भोपाल के कई स्कूलों का समय 30 मिनट आगे बढ़ाया गया है। इंदौर, उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में भी टाइमिंग बदलेगी।