वृद्धा की हत्या : भतीजों ने ही मिलकर की थी अपनी चाची की हत्या
उदयपुर। भीलवाड़ा जिले में गणेशपुरा गांव में दो दिन पहले 60 वर्षीया एक वृद्धा की हत्या का खुलासा पुलिस ने किया है। उसकी हत्या मृतका के दो भतीजों ने मिलकर की थी। आपसी रंजिश तथा लूट के लिए यह वारदात की गई। पुलिस ने एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके भाई की तलाश की जा रही है।
मांडल थानाधिकारी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि पति की मौत के बाद वृद्धा सोहनी देवी अकेली ही अपने घर में रह रही थी। उसके जेठ रामलाल बैरवा के बेटे रामा उर्फ कन्हैया लाल और शंकर लाल बैरवा अपनी चाची सोहनी के गहनों और पैसों पर नजर रखते थे। साथ ही उनकी चाची से रंजिश भी चली आ रही थी। दो दिन पहले काना और शंकर लाल सोहनी देवी के घर पहुंचे तथा सोहनी देवी का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और बाद में पूरे कमरे को खंगालकर सभी गहने एवं पैसा चुरा लिया। यहां तक आरोपितों ने सोहनी देवी के गहने भी निकाल लिए थे।
हत्या का मामला दर्ज
मालूम हो कि इस घटना को लेकर मृतका के पोते महावीर बैरवा ने मांडल थाने में अपनी दादी की हत्या का मामला दर्ज कराया था, पास ही दूसरे मकान में रहता था। थानाधिकारी विनोद कुमार मीणा का कहना था कि पुलिस मामले की जांच में जुटी थी।
जानकारी हो कि इसी बीच पता चला कि सोहनी देवी तथा उनके भतीजों के बीच कई बार झगड़ा हो चुका था। यहां तक सोहनी देवी के अंतिम संस्कार में ना तो उनका जेठ रामलाल बैरवा और ना ही उसके भतीजे राम और शंकर लाल शामिल हुए। इस पर शंका होने पर कन्हैयालाल को पूछताछ के लिए थाने बुलाया तथा उसे हिरासत में ले लिया। कड़ाई बरतने पर उसने कबूल कर लिया कि उसने अपने भाई शंकर लाल के साथ मिलकर ही अपनी चाची का गला घोंटकर हत्या कर दी थी। दोनों अपनी चाची से बेहद नफरत करते थे।