जल्द अस्तित्व में आएगा रानीपुर टाइगर रिजर्व-योगी
गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार राष्ट्रीय पशु बाघ के संरक्षण को लेकर संवेदनशील है। बाघ संरक्षण के सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए चित्रकूट के रानीपुर में प्रदेश का चैथा टाइगर रिजर्व बनाने का निर्णय लिया जा चुका है। यह टाइगर रिजर्व बहुत जल्द अस्तित्व में आने जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर प्रदेश सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की तरफ से योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित अंतर सीमावर्ती सहयोग कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। बाघ संरक्षण हेतु आयोजित इस कार्यशाला में वर्चुअल माध्यम से लखनऊ से जुड़े मुख्यमंत्री ने कहा कि वेदों और प्राचीन ग्रंथों की चर्चाओं में भी बाघ का वर्णन मिलता है। अपने देश मे 1973 में इसे राष्ट्रीय पशु घोषित करते हुए सेव टाइगर प्रोजेक्ट शुरु किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने समय से पूर्व 2018 में ही सेव टाइगर के लक्ष्य को पा लिया। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य स्तर पर उत्तर प्रदेश में बाघों की संख्या 2006 में 106 थी जो 2018 में बढ़कर 173 हो गई। बाघों की नई गणना के जब परिणाम आएंगे तो यह संख्या करीब 200 होने का अनुमान है। रानीपुर में टाइगर रिजर्व की चर्चा के साथ गोरखपुर चिड़ियाघर का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर के प्राणी उद्यान में सफेद बाघ आया है। इससे गोरखपुरवासियों को इसके संरक्षण का मौका मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वन और बाघ एक दूसरे के नैसर्गिक संरक्षक हैं। महाभारत के एक प्रसंग का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि बाघों के बिना वन का अस्तित्व संभव नहीं है और न ही बिना वन के बाघ रह सकते हैं। वन की रक्षा बाघ करते हैं और बदले में वन उनकी रक्षा करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीलीभीत, दुधवा और अमानगढ़ टाइगर रिजर्व के बाद रानीपुर में टाइगर रिजर्व के अस्तित्व में आने से प्रदेश में कुल टाइगर रिजर्व क्षेत्र 3500 वर्ग किमी से अधिक हो जाएगा जो प्रदेश के सम्पूर्ण वन क्षेत्रफल का 21 प्रतिशत होगा।
अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर आयोजित कार्यशाला में प्रदेश के वन, पर्यावरण जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि जल्द ही गोरखपुर चिड़ियाघर को एक और सफेद बाघ की सौगात मिलेगी। एक सफेद बाघ (मादा बाघ गीता) को लखनऊ चिड़ियाघर से यहां पहले ही लाया जा चुका है। दूसरा सफेद बाघ चेन्नई चिड़ियाघर से लाया जाएगा। इस अवसर पर विभाग के राज्य मंत्री केपी मलिक ने कहा कि नागपंचमी के दिन गोरखपुर चिड़ियाघर में नाग देवता (कोबरा) का दर्शन करने के लिए टिकट शुल्क में 50 फीसद की रियायत दी जाएगी।