जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर की तैयारियों एवं अन्य विषयों पर समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश में गांव—गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुगम पहुंच सुनिश्चित करना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसी सोच के साथ प्रदेशभर में राज्य सरकार की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का शुभारम्भ किया जा रहा है। स्वास्थ्य को लेकर यह राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है, जिसे बेहतर समन्वय एवं प्रतिबद्धता के साथ सफल बनाएं। उन्होंने कहा कि शिविरों की सफलता के लिए आवश्यक है कि संबंधित विभागों के बीच बेहतर तालमेल हो और समय पर सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित हों। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग फॉलोअप एवं रेफरल शिविरों, सुपर स्पेशलिटी एवं टेलीकंसल्टेशन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता सुनिश्चित करे। साथ ही, कैंसर स्क्रीनिंग के लिए आवश्यक प्रबंध करें। आयुर्वेद विभाग द्वारा आयुष चिकित्सकों एवं दवाओं की व्यवस्था की जाए। प्रमुख शासन सचिव ने कहा कि शिविरों में अधिकाधिक जनभागीदारी के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा शिविरों की जानकारी आमजन को उपलब्ध करवाई जाए। साथ ही, वे लोगों को स्वास्थ्य जांच हेतु शिविरों में आने के लिए प्रेरित करें। पंचायतीराज विभाग एवं राजस्व विभाग भी आमजन को शिविरों की जानकारी उपलब्ध करवाने में आवश्यक सहयोग प्रदान करे। इसी प्रकार शिक्षा विभाग रैली एवं अन्य आयोजनों के माध्यम से शिविरों के संबंध में जागरूकता बढ़ाएं।