हमें प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण व आदरपूर्वक उपभोग करना चाहिए : यूएन महासचिव
अहमदाबाद | यूएनमहासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि धरती को इस कठिन काल से बचाने के लिए पर्यावरण के लिए जीवनशैली - ‘मिशन लाइफ़’ समग्र विश्व के लिए आवश्यक और आशाजनक बनेगा। एंटोनिया गुटेरेस गुजरात के एकतानगर में गुरुवार को एकतनागर से ‘मिशन लाइफ़’ की ग्लोबल लॉन्चिंग के अवसर पर बोल रहे थे| उन्होंने हिमायत की कि सभी व्यक्तियों तथा समुदायों को पृथ्वी को बचाने के लिए सामूहिक भविष्य रक्षण के हल का हिस्सा बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता के नुक़सान एवं प्रदूषण की त्रिविध आपत्ति के मूल में अपेक्षाकृत अधिक उपभोग है। हमारी जीवनशैली को सहारा देने के लिए 1.6 ग्रह पृथ्वी का समकक्ष उपयोग कर रहे हैं। यह अतिरेक एवं असमानता जटिल है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लाइफ़ आंदोलन की पहल विश्व भर में फैलेगी। भारत की पर्यावरण के अनुकूल नीतियों तथा नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि करने हेतु भारत की प्रतिबद्धता से वे बहुत प्रोत्साहित हुए हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन को आगे बढ़ाने के लिए अक्षय क्रांति को आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड नेशन भारत के साथ करने को आतुर है। इस एजेंडा को आगे बढ़ाने में मिस्र में आगामी कॉज 27 संबंधी गहन चर्चा की जाएगी। इतना ही नहीं, पेरिस समझौते के सभी स्तंभों पर विश्वास व्यक्त करने तथा कार्यवाही को गति देने में यह मुख्य भूमिका निभाएगा। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों और उसकी विशाल अर्थव्यवस्था के प्रति भारत एक महत्वपूर्ण सेतु की भूमिका निभा सकता है। महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए गुटेरेस ने कहा कि दुनिया में प्रत्येक की आवश्यकताओं के लिए संसाधन पर्याप्त हैं, परंतु प्रत्येक व्यक्ति में आज लालच पैदा हो गया है। हमें प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण एवं आदरतापूर्वक उपभोग करना चाहिए। यूएन महासचिव ने अर्थव्यवस्था एवं जीवनशैली में बदलाव के साथ पृथ्वी के संसाधनों का उचित उपयोग किए जा सकने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत को जी20 का अध्यक्ष पद मिला, जो भारत के इतिहास, संस्कृति व परम्परा के साथ पूर्ण रूप से सुसंगति के नए युग का शुभारंभ करने में सहायता करेगा।