जयपुर । राज्य सरकार के निर्देश पर प्रदेश में 5 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक संचालित सुरक्षा सखी संवाद पखवाड़े में पुलिस थानों से जुड़ी सैकड़ों सुरक्षा सखियों द्वारा चलाई गई विशेष मुहिम में 3 लाख 51 हजार से अधिक महिलाओं और बालिकाओं को घर-घर जाकर महिला सुरक्षा और अधिकारों के प्रति जागरूकता किया गया है। यह कैंपेन प्रदेश के एक हजार से अधिक पुलिस थानों के स्तर सक्रिय सुरक्षा सखियों द्वारा घर-घर चलाई गई। अभियान में सुरक्षा सखियों ने गांव-गुवाड़, नुक्कड़-मौहल्लों और प्रमुख स्थानों पर महिलाओं और बालिकाओं से संवाद स्थापित कर उन्हें महिला सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। 


अतिरिक्त महानिदेशक, पुलिस (एडीजी) सिविल राइट्स एवं एएचटी श्रीमती मालिनी अग्रवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने गत दिनों में गृह विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश में महिला सुरक्षा के प्रति विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश प्रदान किए थे। इसकी पालना में पुलिस मुख्यालय की मॉनिटरिंग में महिलाओं और बालिकाओं में स्वयं की सुरक्षा के प्रति जागरूकता तथा उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करने के उद्देश्य से यह अभियान सभी जिलों में संचालित किया गया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा सखी पखवाड़े में प्रदेश के सभी थानों से जुड़ी सक्रिय सुरक्षा सखियों के माध्यम से 2 लाख 36 हजार से अधिक बालिकाओं और एक लाख 15 हजार से ज्यादा महिलाओं को जागरूक किया गया।  सुरक्षा सखियों ने घर-घर किया सम्पर्क एडीजी श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में पुलिस आयुक्त, रेंज महानिरीक्षक, जिला पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपायुक्तों की देखरेख में थानों के स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारियों के पर्यवेक्षण में सुरक्षा सखियों द्वारा घर-घर जाकर महिलाओं और बालिकाओं से सम्पर्क करते हुए उन्हें महिला सुरक्षा से सम्बंधित कानूनों के बारे में जानकारी दी गई। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर महिला समूहों से संवाद कर उनकों जागरूक किया गया। इस दौरान महिलाओं और बालिकाओं से प्राप्त फीडबैक और सुझावों से सम्बंधित थानों को अवगत कराया जाएगा।   रेंज स्तर पर होगा सुरक्षा सखियों का सम्मान  एडीजी ने बताया कि प्रदेश में पुलिस आयुक्त, रेंज महानिरीक्षक, जिला पुलिस अधीक्षक और पुलिस उपायुक्त को अभियान में सराहनीय कार्य करने वाली सुरक्षा सखियों आगामी दिनों में रेंज स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।